कमाल के रोजर फेडरर (Roger Federer)

फोटो https://www.facebook.com/Federer/ से ली गयी है
अगर हमारे अंदर हौंसला और हुनर हो तो मंजिल तक पहुंचने के लिए किसी भी तरह की बाधा मायने नहीं रखती है, दुनिया के नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी स्विजटरलैंड के 36 वर्षीय रोजर फेडरर ने इसे साबित किया है। 36 साल की उम्र में नंबर 1 की पोजीशन पाने वाले वे पहले उम्रदराज टेनिस खिलाड़ी हैं। 8 साल की उम्र में टेनिस खेलने से शुरुआत करने वाले रोजर फेडरर ने 1998 में वाइल्‍ड कार्ड एंट्री के जरिए एटीपी टूर के जरिए टेनिस की दुनिया में अपना पर्दापण किया था और उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

फेडरर का खेलने का अंदाज हरफनमौला है और उनके इस अंदाज का वर्णन जिम्‍मी कैनॉर्स ने इस प्रकार किया है: "विशेषज्ञों के युग में, आप या तो क्‍ले कोर्ट के विशेषज्ञ है, ग्रास कोर्ट के विशेषज्ञ हैं, या हार्ड कोर्ट के विशेषज्ञ है… या आप रोजर फेडरर है।

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कैरियर की बात करें तो अभी तक का उनका सफर बेहद शानदार रहा है उनके मुख्‍य खिताबों का जिक्र मैं यहां करना चाहूंगा 

  • पुरुषों के सिंगल्‍स चैम्पियनशिप में उनके नाम 20 ग्रैंड स्‍लैम हैं और 30 बार फाइनल में पहुंचे हैं।
  • उनके नाम 33 एटीपी वर्ल्‍ड टूर अवार्ड्स का रिकॉर्ड है और 2004 से 2007, 2009 में एटीपी नंबर 1 की कुर्सी पर काबिज रहे। 2006 और 2003 में आर्थर एशे ह्यूमैनिटेरियन ऑफ द ईयर अवार्ड उनके नाम रहा। उन्‍होंने एडबर्ग स्‍पोर्ट्ससमैनशिप अवार्ड 12 बार जीता है। 2003 से 2016 तक लगातार 14 सालों तक ATPWorldTour.com में उन्‍हें फैन फेवरेट के तौर पर वोट किया गया।
  • 302 हफ्‍तों तक नंबर 1 की कुर्सी पर काबिज रहने का रिकॉर्ड उनके नाम है, वे 2004 में ऑस्‍ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद नंबर 1 बने थे।
  • 36 साल की उम्र में सबसे अधिक उम्र में दुनिया के नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी बने।
  • 8 विमब्‍लडन खिताब जीतकर सबसे ज्‍यादा विमब्‍लडन खिताब जीतने का रिकॉर्ड उन्‍हीं के नाम है।
  • उनकी ब्रांड वैल्‍यू $37 मिलियन प्रतिवर्ष है, 2016 में उनका नाम फोर्ब्‍स फैब 40 में टॉप ग्‍लोबल एथलीट ब्रांड के तौर पर आया जिसने उनहें दुनिया का सबसे भरोसेमंद स्‍पोर्ट्स ब्रांड बना दिया
  • फोर्ब्‍स ने 2011 में उनहें 25वें सबसे शक्‍ितशाली सेलिब्रिटी के तौर पर रैंक दिया।
  • रिप्‍यूटेशन इंस्‍टीट्यूट 2011 की दुनिया के सबसे सम्‍मानित, प्रशंसनीय और भरोसेमंद व्‍यक्तियों में उन्‍हें नंबर 2 का रैंक मिला उनके आगे सिर्फ नेल्‍सन मंडेला है।
  • ऑस्ट्रिया के डाक सेवा ने 2010 में उन्‍हें स्‍पेशल एडीशन स्‍टैम्‍प से नवाजा था।
  • जून 2008 से 2014 तक वे एटीपी प्‍लेयर काउंसिल में अध्‍यक्ष पद पर रहे।
  • बीजिंग ओलम्‍पिक 2008 में उन्‍होंने 2 गोल्‍ड मेडल अपने नाम किया साथ लंदन ओलम्‍पिक 2012 में सिंगल्‍स में सिल्‍वर ओलम्पिक मेडल अपना नाम किया।

2016 का साल उनके लिए बुरे सपने जैसा रहा उन्‍हें कई टूर्नामेंट्स में बाहर बैठना पड़ा वे घुटने और पीठ की चोट से जूझते रहे। पूरे साल कोर्ट से बाहर बैठने के बाद उनका रैंक 17वें स्‍थान पर जा पहूंचा मगर हार न मानने वाले इस खिलाड़ी ने धीरे-धीरे शुरुआत की और साल 2017 में दमदार वापिसी की, उन्‍होंने अपना आठवां विमब्‍लडन और ऑस्‍ट्रेलियन ओपन खिताब जीतकर खुद का साबित किया। यह पहली बार था जब फेडरर ने 2007 के विंबलडन फाइनल के बाद ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिता में राफेल नडाल के खिलाफ मैच जीता था और विंबलडन के ग्रास कोर्ट के बाहर नडाल पर फेडरर की पहली ग्रैंड स्लैम जीत के रूप में भी शामिल किया था। इस जीत के साथ, उन्‍होंने टॉप 10 में फिर से प्रवेश किया। इसी के साथ शंघाई मास्टर्स में, फेडरर ने फाइनल में विश्व के नंबर एक, राफेल नडाल को हराकर इस सीजन के तीसरे मास्टर्स खिताब पर कब्जा किया।


2018 की शुरुआत फेडरर के लिए बेहद शानदार रही उन्‍होंने अपना सीजन हॉलैंड बेन्सीक के साथ भागीदारी करते हुए हॉपमैन कप जीतकर शुरू किया। 2001 में मार्टिना हिंगिस के साथ साझेदारी करने के बाद यह उनका दूसरा हॉप्टन कप का खिताब था। फरवरी के मध्य में, एटीपी रैंकिंग में नंबर एक पर वापसी के लिए फेडरर ने अपने तीसरे रॉटरडैम ओपन खिताब जीता, आधिकारिक तौर उन्‍होंने रॉबिन हास पर क्वार्टर फाइनल जीत के साथ यह स्थान अपने नाम किया। उन्होंने ग्रिगोर डिमिट्रोव को फाइनल में सीधे सेट में हराया। 36 साल और 195 दिनों की उम्र में, तीन साल से अधिक समय बाद वे सबसे उम्रदराज एटीपी विश्व नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी बन गये।

परोपकारी फेडरर

खेल के अलावा वे परोपकार व वंचितों के कल्‍याण के लिए भी काम करते हैं। उन्‍होंने सन 2003 में, वंचित बच्चों की सहायता और शिक्षा तथा खेल तक उनकी पहुंच को बढ़ाने के लिए रोजर फेडरर फाउंडेशन की स्थापना की। मई 2004 के बाद से, दक्षिण अफ्रीका के साथ अपने करीबी रिश्ते का हवाला देते हुए कहा, यहां उनकी मां का पालन-पोषण हुआ है, इसलिए उन्होंने दक्षिण अफ्रीका-स्विस चैरिटी संस्‍था IMBEWU का समर्थन करना शुरू किया जिससे बच्चों को खेल और सामाजिक और स्वास्थ्य जागरूकता से बेहतर जुड़ने में मदद मिलती है। बाद में, 2005 में, फेडरर ने उन बच्चों से मिलने के लिए दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया जो उनके समर्थन से लाभान्वित हो रहे थे। 2005 में, उन्होंने तूफान कैटरीना के पीड़ितों की सहायता के लिए अपने यूएस ओपन चैंपियनशिप रैकेट को नीलाम किया। इंडियन वेल्स में 2005 में पैसिफ़िक लाइफ ओपन में, फेडरर ने एटीपी और डब्ल्यूटीए दौरे के कई शीर्ष खिलाड़ियों को शामिल करते हुए रैली फॉर रीलिफ नाम की एक प्रदर्शनी का आयोजन किया। यह धन 2004 के हिंद महासागर भूकंप के कारण सुनामी के पीड़ितों के पास गया। दिसंबर 2006 में उन्होंने तमिलनाडु का दौरा किया, जो भारत के सुनामी से सबसे ज्‍यादा प्रभावित क्षेत्रों में से था। उन्हें अप्रैल 2006 में यूनिसेफ द्वारा गुडविल एम्‍बसडर नियुक्त किया गया था और एड्स के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए यूनिसेफ के सार्वजनिक संदेश में वे नजर आये।
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परिवार

फेडरर ने पूर्व महिला टेनिस संघ की खिलाड़ी मिरोस्लावा वार्विनकोवा से शादी की है। उनकी मुलाकात उस समय हुई, जब वे दोनों 2000 के सिडनी ओलंपिक में स्विट्जरलैंड के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। मिर्का 2002 में पैर की चोट के कारण दौरे से सन्‍यास ले लिया। 11 अप्रैल 200 9 को वेनकनहॉफ विला इन रिफेन में बासेल के निकट दोनों ने शादी की, जुलाई 2009 में, मिर्का ने जुड़वां लड़कियों को जन्म दिया। फेडरर 2014 में एक बार फिर जुड़वाँ बच्‍चों के पिता बने, लेकिन इस बार मिर्का ने जुड़वा लड़कों को जन्‍म दिया।

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फेडरर का सफर बदस्‍तूर जारी है और आजकल वे इंडियन वेल्‍स में बीएनपी पेरिबस ओपन में खेल रहे हैं और क्‍वार्टर फाइनल में उन्‍होंने 21 वर्षीय कोरियन खिलाड़ी हायंग चंग को 7-5 और 6-2 हराते हुए सेमीफाइल में पहुंचे और वहां क्रोशिया के बोर्ना सिरॉक से पहला सेट 5-7 से हारने के बाद फेडरर ने सिरॉक को 6-4, 6-4 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया मगर जुआन मार्टिन डेल पोत्रो ने दुनिया के नंबर एक रोजर फेडर का लगातार 17 मैच जीतने का सपना तोड़ दिया और एक बेहद रोमांचक मुकाबले में फेडरर 4-6, 7-5, 6-7 से फाइनल में हार गये। हार-जीत जीवन का हिस्‍सा है मगर उससे बड़ा होता है हमारा हौंसला जो हमें अपनी हार को जीत में बदलने की प्रेरणा देता रहता है।

रोजर फेडरर मेरे आदर्श व्‍यक्तियों में से एक है, मुझे उन्‍हें खेलते हुए देखना अच्‍छा लगता है। महान खिलाड़ी होने के साथ-साथ वे बेहद सरल और परोपकारी व्‍यक्ति भी हैं। मैं तो ऊपर वाले से यही कामना करुंगा कि वे लम्‍बे समय तक खेलते रहें और भविष्‍य में अन्‍य खिलाड़ियों का प्रेरणा स्रोत बने रहें।

आशा करता हूं आपको लेख पसंद आया हो। अपने लेख पर अपने विचार प्रकट करना न भूलें। धन्‍यवाद।

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