एक औसत व्यक्ति के कम से कम 5 सोशल मीडिया एकाउंट्स हैं और वह हर रोज लगभग 1 घंटा और 40 मिनट का समय इन नेटवर्क्स पर बिताता है।
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| सोशल मीडिया से बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं |
अगर आकड़ों की बात करें तो http://www.statista.com के मुताबिक भारत में 2017 में कुल इंटरनेट यूजर्स की संख्या 331.77 मिलियन थी और ऐसा अनुमान है कि 2022 तक यह संख्या 511.89 मिलियन होगी। अगर हम सोशल मीडिया की बात करें तो 2018 तक भारत में 226.06 मिलियन यूजर्स होंगे और 2022 तक यह आंकड़ा 370 मिलियन तक पहुंच जायेगा।
फेसबुक पूरी दुनिया में नंबर 1 सोशल मीडिया वेबसाइट है। भारत में फेसबुक और यूट्यूब सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है तीसरे स्थान पर WhatsApp है।
अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के उपयोग के बारे में बात करते हैं:
- एक औसत व्यक्ति के कम से कम 5 सोशल मीडिया एकाउंट्स हैं और वह हर रोज लगभग 1 घंटा और 40 मिनट का समय इन नेटवर्क्स पर बिताता है।
- लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों से जुड़ने, नये दोस्त बनाने, दुनिया भर की घटनाओं के बारे में जानने, अपने पसंदीदा सितारों, खिलाड़ियों को फोलो करने, खुद को मशहूर करने, अपने विचारों और अनुभव को शेयर करने, कुछ नया सीखने आदि के लिए इस्तेमाल करते हैं।
- कंपनियां अपने ब्रांड के बारे में जागरुकता फैलाने, प्रचार करने और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने के लिए इस्तेमाल करती हैं।
- http://www.commonsenseindia.com/ की नयी स्टडी के अनुसार किशोर अपने दिन का एक तिहाई हिस्सा ऑनलाइन वीडियो या म्यूजिक पर बिताते हैं यानि लगभग 9 घंटे प्रतिदिन जबकि 8-12 साल उम्र के बच्चे हर रोज 8 घंटे बिताते हैं।
अगर सोशल मीडिया का सही ढंग से इस्तेमाल किया जाय तो यह बहुत कमाल की चीज है यहां आपको हर वह जानकारी आसानी से मिल जाती है जो आप जानना चाहते है। कंपनियों के लिए तो यह एक तरह का वरदान है क्योंकि इनके माध्यम से उन्हें ग्राहकों की पसंद-नापसंद की जानकारी मिलती है और इसी के आधार पर वे अपनी आगे की रणनीति बनाती हैं। यहां पर आप अपनी विचारधारा लोगों से जुड़ सकते हैं, अपने विचारों पर अन्य लोगों की राय जान सकते हैं, अगर आप कोई प्रोडक्ट्स बनाते हैं तो अपने उपभोक्ताओं की राय जान सकते हैं।
सोशल मीडिया के फायदे:
- आप दुनिया भर के लोगों से जुड़ सकते हैं
- करोड़ों लोगों के साथ अपने विचार साझा कर सकते हैं
- अपना ब्रांड बना सकते हैं और उसका प्रचार कर सकते हैं
- अपनी काम की कोई भी जानकारी ढूंढ सकते हैं
- अपने मनपसंद ब्रांड और सेलिब्रिटी को फोलो कर सकते हैं
- अगर आप प्रोफेशनल हैं तो आप अपने काम का दायरा बढ़ा सकते हैं।
- लोगों को अपना हुनर दिखा सकते हैं और पैसा कमा सकते हैं
- पढ़ाई से जुड़ी जानकारी ढूंढ सकते हैं
- अपने दोस्तों और परिवार वालों से हर वक्त जुड़े रह सकते हैं
मगर आजकल सोशल मीडिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल लोगों को गुमराह करने, आर्थिक नुकसान पहुंचाने, धोखाधड़ी करने, लोगों को भड़काने, किसी खास एजेन्डे का प्रचार करने, घृणा और सनसनी फैलाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर कुछ घटनाओं को इतना तूल दिया गया जितना मंगलयान के मंगल ग्रह पर पहुंचने पर नहीं दिया गया। लोग आजकल सोशल मीडिया पर पोस्ट की जाने वाली जानकारी के अनुसार चलते हैं और जानकारी सही है या गलत इस बात को समझे बगैर आगे फॉरवर्ड कर देते हैं। पिछले दिनों मैं देखा कि सोशल मीडिया ने हॉलीवुड सितारे सिलवेस्टर स्टेलॉन को जीते जी मार दिया था।
पिछले दिनों फेसबुक के डेटा का दुरुपयोग करने का आरोप लगा जो बेहद दुखद है, जिसके लिए Mark Zuckerberg ने माफी मांगी। अगर हम यूजरों की बात करें तो हर रोज कई लोग फेसबुक पर अजीब से पोस्ट डालते हैं जैसे 2022 में आपके पास कितना पैसा होगा, कौन सी लग्जरी कार होगी, आपकी शक्त किस फिल्मी सितारे से मिलती है, आपसे कौन सबसे ज्यादा प्यार करता है इत्यादि मगर जब आप ऐसे फीचरों को इस्तेमाल करते हैं तो वे फीचर को इस्तेमाल करने के बदले में आपका डेटा मांगते है जैसे कि आपकी फ्रेंड लिस्ट, आपका प्रोफाइल, ईमेल एड्रेस, पसंद और नापसंद आदि और लोग बिना कुछ सोचे-विचार इसके लिए तैयार होते हैं और पल भर में यूजर का डेटा कंपनी तक पहुंच जाता है अब फीचर उपलब्ध कराने वाली कंपनी आपके बारे में सभी कुछ जानती है और वह इसे मार्केटिंग कंपनियों को बेचकर मोटा मुनाफा कमायेगी। ऐसे ही कई अनेक फीचर है जैसे कि गेम्स जो केवल फेसबुक से लॉगइन करने को कहते हैं। जैसे ही आप किसी एप्प या वेबसाइट में फेसबुक से लॉगइन करते हैं उसी पल आप अपनी प्राइवेसी उस एप्प या वेबसाइट के हवाले कर देते हैं।
सोशल मीडिया अगर फायदेमंद है तो इसके नुकसान भी हैं, 10 सबसे बड़े नुकसान इस प्रकार है
- भावनात्मक जुड़ाव की कमी
- पहचान चोरी होने की संभावना
- आमने-सामने बैठकर बातचीत करने में सहज महसूस न करना
- अपने करीबी लोगों या परिवार के साथ समय न बिता पाना
- आपके साथ धोखाधड़ी शिकार होने की संभावना
- गलत जानकारी की वजह से किसी बड़ी मुसीबत में फंसना
- सोचने व समझने की शक्ति और एकाग्रता का प्रभावित होना
- समय की बर्बादी
- प्रोडक्टविटी और पढ़ाई प्रभावित होना
- मानसिक परेशानी का शिकार होना
सोशल मीडिया पर हम केवल अपना अच्छा पहलू, उपलब्धि, खुशियों के पलों की ही जानकारी साझा करते हैं जिससे हमारे बारे में लोगों के बीच गलत धारणा बनती है क्योंकि हम केवल वही जानकारी डालते हैं जो हमें सही लगती है और जब कोई उस जानकारी का दूसरा पहलू बताता है तो हम चिंतित और अशांत हो जाते हैं। सोशल मीडिया पर हम अपने बारे में बढ़ा-चढ़ाकर जानकारी डालते हैं और एक अदृश्य दुनिया में जीते हैं।
आखिर में यही सलाह देना चाहूंगा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल समझदारी से करना चाहिए और मुफ्त में मिलने वाली चीज के लिए अपनी व्यक्तिगत जानकारी को साझा नहीं करना चाहिए। अगर आपके साथ कोई संवेदनशील जानकारी साझा की जाती है तो उसे आगे भेजने से पहले उसका विश्लेषण अवश्य करें ताकि बाद में आपको मुसीबत का सामना न करना पड़ा।
इस लेख को मैनें अपने अनुभव और रिसर्च के आधार लिखा है अगर आपको कोई जानकारी सही नहीं लगती है तो आप अपनी राय दे सकते हैं।

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